Monday 30 October 2017

 Msbigbrother  धन पर निबंध Dhan ka essays   

             Msbigbrother                  
               धन पर निबंध

धन स्वस्थ और सम्पन्न जीवन जीने के लिए जीवन में बहुत महत्वपूर्ण स्रोत है हालांकि, इसकी तुलना प्रेम और देखभाल से नहीं की जा सकती। दोनों का अपना अलग महत्व और लाभ है। हम यहाँ सरल और साधारण शब्दों में निबंध लेखन प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए, धन पर निबंध उपलब्ध करा रहे हैं। यहाँ हम धन पर निबंध विद्यार्थियों के लिए सरल हिन्दी भाषा में उपलब्ध करा रहे हैं ताकि, किसी भी कक्षा का विद्यार्थी इन्हें आसानी से समझ सकें।
धन पर निबंध (मनी एस्से)
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Find here various money essays in Hindi language in different words limit (150, 200, 250, 300, 350, and 450 words).
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         धन पर निबंध 1 (150 शब्द)

धन जीवन की सबसे आधारभूत आवश्यकता है, जिसके बिना कोई भी अपने दैनिक जीवन की आधारभूत आवश्यकताओं को पूरा नहीं कर सकता। हम धन के महत्व की तुलना कभी भी प्यार और देखभाल के महत्व से नहीं कर सकते हैं। जब किसी को धन की आवश्यकता होती है, तो उसे प्यार से पूरा नहीं किया जा सकता और यदि किसी को प्यार की आवश्यकता होती है, तो उसे धन से पूरा नहीं किया जा सकता। दोनों की ही स्वस्थ जीवन के लिए बहुत अधिक आवश्यकता है लेकिन, दोनों का जीवन में अलग-अलग महत्व है। हमें दोनों की ही तत्काल आवश्यकता है, इसलिए हम दोनों को समान पैमाने पर नहीं माप सकते हैं। हमें धन की सब जगह आवश्यकता होती है, जैसे- खाना खाने के लिए, पानी या दूध पीने के लिए, टीवी देखने के लिए, अखबार खरीदने के लिए, कपड़ें पहनने के लिए, स्कूल में प्रवेश लेने के लिए, शिक्षा प्राप्त करने के लिए, आदि अन्य आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए आदि।
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        धन पर निबंध 2 (200 शब्द)

धन जीवन की आधारभूत आवश्यकता है, जिसके बिना कोई भी स्वस्थ और शान्तिपूर्ण जीवन की कल्पना नहीं कर सकता है। हमें अपनी छोटी से छोटी आवश्यकता को पूरा करने के लिए धन की आवश्यकता होती है। आधुनिक समय में, जब सभ्यता का विकास तेजी से हो रहा है और पाश्चात्य संस्कृति का अनुसरण कर रहा है, ऐसे समय में हमें वस्तुओं के बढ़ते हुए मूल्य के कारण अधिक धन की आवश्यकता है। पहले समय में, एक प्रथा प्रचलन में थी जिसे विनिमय प्रणाली कहा जाता था, जिसमें किसी को भी एक वस्तु के बदले में दूसरी वस्तु प्राप्त हो जाती थी हालांकि, अब इस आधुनिक संसार में प्रत्येक वस्तु या चीज को खरीदने के लिए केवल धन की आवश्यकता होती है।
धन का महत्व दिन प्रति दिन बढ़ता जा रहा है, क्योंकि हमारा रहन-सहन बहुत महँगा हो गया है। धन के महत्व में उत्पादन, उपभोग, विनिमय, वितरण, सार्वजनिक राजस्व आदि के क्षेत्र में बड़े स्तर पर वृद्धि हुई है। यह आय, रोजगार, आगम-निगम, सामान्य मूल्य स्तर आदि के निर्धारण में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यदि वर्तमान समय के परिदृश्य को देखा जाए तो इस बात में कोई संदेह नहीं है कि, जिसके पास धन की अधिकता है, वो ही संसार में अधिक सभ्य माना जाता है। अतः जीवन के हरेक पहलु में धन ने अपने महत्व को प्रदर्शित कर दिया है।
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धन पर निबंध 3 (250 शब्द)

इस तरह के प्रतियोगी समाज और संसार में, हम में से कोई भी बिना धन के जीवित नहीं रह सकता। हमें अपनी आधारभूत आवश्यकताओं की पूर्ति के लिएधन की आवश्यकता होती है, जैसे- भोजन खरीदना, और जीवन की अन्य आधारभूत आवश्यकताएं, जिन्हें बिना धन के खरीदना बिल्कुल असंभव है। समाज में वे लोग जो धनी हैं और जिनके पास सम्पत्ति है, उन्हें समाज में आदरणीय और सम्मानित व्यक्ति माना जाता है हालांकि, एक गरीब व्यक्ति को बिना किसी अच्छी भावना के घृणा की दृष्टि से देखा जाता है।
धन समाज में व्यक्ति के मान-सम्मान में वृद्धि करता है और उसकी एक अच्छी छवि का निर्माण करता है। हम सभी व्यापार, अच्छी नौकरी, अच्छे व्यवसाय आदि के माध्यम से अधिक से अधिक धन कमाकर धनी होना चाहते हैं ताकि, हम आधुनिक समय की बढ़ती हुई सभी आवश्यकताओं की पूर्ति कर सकें। यद्यपि, बहुत कम लोगों को अपने करोड़पति बनने के सपने को पूरा करने का अवसर मिलता है। इसलिए, धन पूरे जीवन में महत्व को रखने वाली वस्तु है। धन की आवश्यकता सभी को होती है, चाहे वह गरीब हो या अमीर और शहरी क्षेत्र का हो या फिर ग्रामीण क्षेत्र का। शहरी क्षेत्र में रहने वाले लोग ग्रामीण क्षेत्र में रहने वाले लोगों से अधिक धन कमाते हैं क्योंकि शहरी इलाकों के लोगों की तकनीकी तक पहुँच बहुत आसान होती है और उनके पास अधिक स्रोत होते हैं, जो उनकी धन कमाने की क्षमता को बढ़ाते हैं। इस कारण ग्रामीण क्षेत्र के लोग विकास के क्षेत्र में पिछड़ जाते हैं और शहरी क्षेत्र अधिक विकसित हो जाते हैं।
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      धन पर निबंध 4 (300 शब्द)

धन जीवन में बहुत ही आवश्यक वस्तु है हालांकि, यह समय, प्यार और सच्ची देखभाल जैसी चीजों को नहीं खरीद सकता है। यह तो केवल एक व्यक्ति की बाहरी आवश्यकताओं की पूर्ति कर सकता है न कि आन्तरिक आवश्यकताओं को जैसे- प्यार। आजकल, हर चीज महँगी हो गयी है लेकिन, उन्हें खरीदना साधरण जीवन जीने के लिए बहुत ही आवश्यक है। यदि हमारे पास धन नहीं होगा तो हमारी स्थिति कैसी होगी, इस सत्य की कोई व्यक्ति कल्पना भी नहीं कर सकता। धन के अभाव में व्यक्ति की मृत्यु निश्चित है और यदि उसका जीवन बच भी जाता है तो उसे बहुत से कष्टों का सामना करना पड़ता है। धन हमें सभी आवश्यक चीजों को खरीदने के योग्य बनाता है और पूरे जीवन भर हमारी मदद करता है। यदि हम जीवन में धन के महत्व को समझ जाए तो हम कभी भी धन को बिना किसी उद्देश्य के खर्च या नष्ट नहीं करेगें। हम धन और प्यार की तुलना नहीं कर सकते हैं, क्योंकि एक सफल जीवन जीने के लिए हमें धन और प्यार दोनों की अलग-अलग आवश्यकता है।
इस प्रतियोगी संसार में, अच्छी नौकरी प्राप्त करके धन कमाने के लिए प्रत्येक व्यक्ति प्रसिद्ध कॉलेज या विश्वविद्यालय से उच्च शिक्षा के साथ अच्छी पढ़ाई करना चाहता है। परिवार में सभी सदस्यों की आवश्यकता की पूर्ति के लिए एक व्यक्ति को अधिक धन कमाने की जरुरत होती है, विशेषरुप से उस व्यक्ति के लिए, जो परिवार में केवल अकेला कमाने वाला हो। अपने परिवार के सभी सदस्यों की खाने, पहनने, और रहने की आवश्यकता की पूर्ति के लिए एक व्यक्ति को धन की आवश्यकता होती है। समाज में धनी व्यक्तियों की विशेष पहचान और प्रसिद्धि होती है हालांकि, गरीब लोग अपना जीवन एक दिन मेंकेवल दो वक्त का भोजन प्राप्त करने में ही व्यतीत कर देते हैं। ये सभी परिवर्तन और अन्तर केवल धन के कारण ही है।
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         धन पर निबंध 5 (350 शब्द)

अपने जीवन को सन्तुष्टि पूर्ण तरीके से जीने के लिएमनुष्य के लिए धन बहुत ही महत्वपूर्ण वस्तु है। जिस प्रकार सभी स्थानों पर पेड़ और पशु पाए जाते हैं, उसी तरह हमें भी हर जगह धन की आवश्यकता होती है। समाज में रहने के लिए, हमें समाज में अपने पद और स्थिति को बनाए रखने के लिए धन की आवश्यकता होती है। खाना खाने या पानी पीने, कपड़े पहनने, स्कूल में प्रवेश लेने के लिए, दवा लेने के लिए या अस्पताल में इलाज कराने के लिए या फिर अन्य गतिविधियों के लिए, हमें बहुत अधिक धन की आवश्यकता होती है। अब यह सवाल उठता है कि, इस आवश्यक धन को कैसे प्राप्त किया जा सकता है। इसके लिए हमें उच्च स्तरीय पढ़ाई और कठिन मेहनत करनी पड़ती है ताकि, हमें अच्छी नौकरी प्राप्त हो सके या फिर हम अपना स्वंय का व्यवसाय खोले, जिसके लिए हमें अधिक कौशल और आत्मविश्वास की आवश्यकता होती है।

पहले, अमीर लोगों के अधिक दवाब के कारण गरीबों की स्थिति बहुत ही दयनीय थी। वे गरीब लोगों की मदद नहीं करते थे और उन्हें बहुत ही कम वेतन पर केवलअपने नौकर की तरह प्रयोग करते थे। यद्यपि, अब सरकार के नए नियमों और कानूनों को लागू करने के कारण गरीबों की स्थिति में पहले की अपेक्षा कुछ सुधार अवश्य हुआ है, क्योंकि सरकार ने गरीबों की स्थिति में सुधार करने के लिए समानता के अधिकार को लागू किया है। अब सभी को उच्च शिक्षा प्राप्त करने और अच्छी नौकरी प्राप्त करने के लिए समान अवसर मिलता है। बहुत से लोग सोचते हैं कि, धन लोगों के मन में बुराई को जन्म देता है हालांकि, मैं ऐसा नहीं सोचता, क्योंकि सोच मानव शरीर की एक क्रिया है न कि धन की।

मैं समझता हूँ और मानता भी हूँ कि, धन खुशियों की बहुत महत्वपूर्ण चाबी है, जिसे भगवान द्वारा हमें उपहार में दिया गया है। यह मानव के मस्तिष्क पर निर्भर करता है कि, वह इसे किस तरीके से लेता है। कुछ लोग इसे केवल अपनी भौतिक आवश्यकताओं को पूरा करने के लिएप्रयोग करते हैं और वे इसे कभी भी दिल से नहीं लेते हालांकि, कुछ लोग धन को ही अपना सबकुछ मान लेते हैं और वे धन प्राप्त करने के लिए कुछ भी करने को तैयार होते हैं। इसकी प्राप्ति के लिए वे कोई भी आपराधिक कार्य कर सकते हैं जैसे—हत्या, चोरी, डकैती, भ्रष्टाचार, रिश्वत लेना आदि।
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      धन पर निबंध 6 (400 शब्द)

इसमें कोई संदेह नहीं है कि, धन हमारे आवश्यक स्वस्थ जीवन के लिए बहुत ही आवश्यक है। धन हमारे लिए लगभग सबकुछ है। समाज में उच्च पद को बनाए रखने के लिए, यह बहुत ही आवश्यक है। यह केवल धन ही है जो, हमारे जीवन की सभी शुरुआती आवश्यकताओं, आरामऔर जरुरतों को पूरा कर सकता है। यदि किसी के पास धन है, तो वह अपने जीवन में अपनी सभी इच्छाओं को पूरा कर सकता/सकती है, जो उसके व्यक्तित्व के विकास, आत्मविश्वास में सुधार, विश्वसनीय, योग्यता में वृद्धि, क्षमता में वृद्धि और साहस में बहुत बड़े स्तर पर वृद्धि करने में मदद करता है। बिना धन के हम इस संसार में निःसहाय और अकेला महसूस करते हैं, जहाँ कोई भी हमारी मदद और सहायता व सुझाव देने के लिए नहीं होता। इस वर्तमान भौतिक संसार में, धन बहुत ही महत्वपूर्ण और शक्तिशाली वस्तु है, जिसके बिना कोई भी जीवित नहीं रह सकता।

आजकल, गलत ढ़ंग से धन कमाने के लिए बुरे लोग, भ्रष्टाचार, रिश्वत, गैर-कानूनी कार्य, अपहरण, समाज के अमीर लोगों कीहत्या आदि बुरे कार्यों का सहारा लेते हैं, जो मानवता के सभी नैतिक मूल्यों और आदर्शों की ह्रास करते हैं। आलसी लोग धन प्राप्त करने के गलत तरीकों का प्रयोग करते हैं क्योंकि उन्हें लगता है कि, धन कमाने के ये सबसे आसान और सरल रास्ते हैं हालांकि, यह सत्य नहीं है। इन तरीकों से कोई भी व्यक्ति कम समय और प्रयासों में धन प्राप्त कर सकता हैं, लेकिन बहुत अधिक समय तक नहीं। निश्चित ही वो एक दिन आने वाले समय में नष्ट हो जाएगा क्योंकि वो एक गलत और कमजोर रास्ते पर चल रहा था। वे व्यक्ति जो मानवता के सभी नियमों का पालन करके धन कमाते हैं, वे कम धन कमाते हैं परन्तु, वह धन बहुत अधिक समय तक प्रयोग में आता है और वे समाज के उच्च सम्मानित व्यक्ति बनते हैं।

भ्रष्टाचार करने वाले लोग अपना धन, दूसरे देशों में, सामान्य जनता से छिपाने के लिए काले धन के रुप में छुपाते हैं और इस धन को वे बुरे कार्यों या अपने भौतिक आराम को बढ़ाने में लगाते हैं। यद्यपि, समाज के आम लोग, गलत तरीकों से धन कमाने वाले लोगों का बहुत अधिक सम्मान करते हैं क्योंकि, वे उन लोगों से डरते हैं। इसके साथ ही उन्हें थोड़ा सा लालच भी होता है कि, यदि वे उन लोगों की चापलूसी करेगें तो उन्हें भी कुछ धन प्राप्त हो जाएगा। ऐसे लोग आमतौर पर, भाई, भाऊ, दादा या डॉन कहे जाते हैं। धन न तो समय को खरीद सकता है और न ही रोक सकता है और साथ में न ही सच्चा प्यार और देखभाल को खरीद सकता है, फिर भी इसकी सभी के द्वारा माँग की जाती है, ताकि जीवन को सही रास्ते पर अग्रसर किया जा सके। यह समय और प्यार नहीं दे सकता हालांकि, खुशी, आत्मविश्वास, सन्तुष्टि, शारीरिक और मानसिक शान्ति अवश्य प्रदान करता है। जिसके कारण जीवन जीने में आसानी होती है और हरेक कठिन समस्या को सुलझाया जा सकता है।

ऊपर दिए गए सभी “धन पर निबंध” विद्यार्थियों की मदद करने के उद्देश्य से पेशेवर लेखकों के द्वारा लिखे गए हैं, जिनमें से विद्यार्थी अपनी जरुरत और आवश्यकता के अनुसार कोई भी ‘धन पर निबंध’ को चुन सकते हैं।धन पर निबंध आमतौर पर, विद्यार्थियों के लिए स्कूल में निबंध प्रतियोगिता के दौरान अपने विचारों को प्रदर्शित करने के लिए दिए जाते हैं।
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  How to improve Hindi handwriting, Hindi handwriting tips – हिन्दी की लिखावट को सुधारने के आसान तरीक

           Msbigbrother
  How to improve Hindi
handwriting, Hindi handwriting tips – हिन्दी की लिखावट को सुधारने के आसान तरीके,
         हिन्दी हैंडराइटिंग टिप्स
सुंदर लिखावट (sundar likhavat) हर किसी की इच्छा होती है, हर कोई चाहता है कि उसकी लिखावट की सब तारीफ करें और साथ ही बच्चों की लिखावट के लिए भी कई माता पिता अतिरिक्त रूप से परेशान रहते हैं। आपकी लिखावट आपके व्यक्तित्व का दर्पण होती है।

जिसकी लिखावट जितनी सुंदर होती है उसके व्यक्तित्व को भी उतना ही आकर्षक माना जाता है खैर, यह सब एक अलग बात है यहाँ हम उन संदर्भ में बात करने जा रहे हैं जो लिखावट की वजह से आपके जीवन को नई ऊँचाइयाँ देती है या फिर आपकी खराब लिखावट की वजह से आपके प्रगति के मार्ग में बाधक बनती है।

कई लोग लिखावट खराब होने की वजह से सार्वजनिक रूप से लिखने में कतराते हैं और शर्म भी महसूस करते हैं, अगर आप भी उन लोगों में से हैं तो यह कोई बहुत कठिनाई भरा काम नहीं है जो कभी संभव न हो सके। अगर आप मेहनत करने को तैयार हैं तो आपकी हैंडराइटिंग भी खूबसूरत और आकर्षक हो सकती है।

बहुत से लोग यह मानते हैं कि एक उम्र के बाद हैं हैंड राइटिंग सुधारी नहीं जा सकती। तो हम आप को बताना चाहते हैं कि, यहाँ हम कोई कद या लंबाई के बारे में बात नहीं कर रहे हैं जो एक उम्र के बाद नहीं बढ़ती, आपकी लिखावट या आपकी हैंडराइटिंग में केवल आप स्वयं ही सुधार कर सकते हैं। आपने सुना ही होगा, करत करत अभ्यास के जड़मति होत सुजान, रसरी आवत जात, सील पर करत निशान।

इसका मतलब यह है कि, बार बार एक पतली सी रस्सी के घिसाव से कठोर पत्थर पर भी लकीर या निशान बन जाता है। अभ्यास और दृढ़निश्चय आपको हर कुछ संभव करने को प्रतिबद्ध कर देता है। अगर आप निश्चित कर लें की आप अपनी लिखावट सुधारना चाहते हैं तो यह अवश्य संभव है।

1-Rule
चार लाइन वाली कॉपी से करें शुरुआत (Hindi handwriting improvement)

बच्चों को लिखना सिखाने के लिए बाज़ार में चार लाइन वाली कॉपी मिलती है, जिस पर आप लिखावट सुधारने के तरीके की शुरुआत कर सकते हैं। इसमें आप जो भी लिखते हैं वह एक आकार में होता है। जिससे लिखने का यह अभ्यास आदत में बदल जाता है और आप अक्षरों को एक सही आकार में लिखते हैं।

2-Rules
शुद्ध लेखन और पुनरावृत्ति (Hindi handwriting practice)

अच्छी हैंडराइटिंग एक या दो बार के अभ्यास से नहीं आती। इसके लिए आपको लगातार कई दिनों तक मेहनत करने की ज़रूरत पड़ती है। कुछ खास अक्षरों और वाक्यों को बार बार लिखने का अभ्यास करें। उसके बाद शुद्ध लेखन का भी अभ्यास ज़रूरी है। किसी आलेख या कहानी को पढ़कर उसे बार बार लिख के दोहराते रहें और उनमें जो भी कठिन अक्षर हो उसे हर बार चेक करें की आपने इस बार कितना सुधार किया है।

सुंदर हिन्दी लिखावट के उपाय (Hindi Handwriting kaise sudhare?)

3-Rules
हिन्दी लिखने का सही तरीका, गोल आकार में लिखने की कोशिश करें (How to improve handwriting in Hindi)

हिन्दी के किसी भी अक्षर को गोल आकार देने की कोशिश करें। चाहे कोई भी अक्षर हो उसे गोलाई देते हुये लिखें यह साफ़ और सुंदर अक्षरों की पहली पहचान होती है इससे हर अक्षर साफ और सुंदर दिखाई देते हैं। जैसे ट, ह, थ आदि कोई भी अक्षर जब भी आप लिखें तो पहले इनकी बनावट पर ध्यान दें। इन्हें हर तरीके से लिखन एकी कोशिश करें और अंत में गोलाई के साथ लिखें, आप पाएंगे की गोल आकार में अक्षर ज़्यादा सुंदर लगते हैं।

4-Rules
लिखने के तरीके, सुंदर लिखावट के लिए खड़ी रेखाओं पर ध्यान दें (How to improve hindi handwriting with vertical lines)

आपने हिन्दी के अक्षरों को अगर ध्यान से देखा हो तो पाएंगे कि, कुछ खास अक्षर जैसे म, न, भ, आ, य आदि को लिखने के लिए खड़ी लाइन खींचने की ज़रूरत पड़ती है। इस खास अक्षरों की लकीरों को बिलकुल सीधा खींचना चाहिए, यह लिखने का सही तरीका होता है, अगर जैसे ‘म’ या ‘भ’ अक्षर की ये नन्ही सी लकीर अगर सीधी न होकर थोड़ी दायें आय बाई तरफ झुकी हो तो यह अक्षर के आकार को बिगाड़ देती है, जिससे पूरे अक्षर के साथ आपकी लिखावट भी खराब हो जाती है, तो इस अक्षरों को लिखने से पहले इन महत्वपूर्ण खड़ी लकीरों का खास ध्यान रखें।

5-Rules
लिखावट में सुधार, सुंदर लेखन कला में शिरोरेखा का महत्व (Tips to improve Hindi handwriting with Shirorekha)

हिन्दी के अक्षरों में ऊपर की ओर लगाई जाने वाली रेखा को शिरोरेखा कहते हैं, इसे आम बोलचाल की भाषा में शीर्षरेखा या अक्षर के ऊपर लाग्ने वाली लाइन भी कहते हैं। यह शिरोरेखा अक्षर को सुंदर बनाने में एक मत्वपूर्ण योगदान देता है। यह किसी भी वर्ण या अक्षर को सम्पूर्ण करता है। बिना इस आदि रेखा के अक्षर अनाकर्षक और अधूरे लगते हैं। इन्हें भी एक सीधी लाइन के रूप में किसी भी वर्ण या अक्षर के ऊपर खींचना चाहिए। शिरोरेखा टूटी या कटी हुई नहीं होनी चाहिए और इसे शब्द के एक मिमी पहले से शुरू करते हुये उसी शब्द के एक मिमी बाहर तक खींचना चाहिए, कुछ लोग केवल अक्षर या शब्द के ठीक ऊपर ही शिरोरेखा खींचते हैं जो गलत है यह अक्षर से थोड़ा बड़ा होना चाहिए।

6-Rules
लिखने का सही तरीका : मात्राओं के आकार पर ध्यान दें (How to make beautiful handwriting in Hindi)

लिखावट के समय वाक्य बनाने या अक्षरों को पूरा करने के लिए मात्राओं का प्रयोग किया जाता है। इन मात्राओं को किसी भी अक्षर के साथ लगाने के लिए उसका एक आकार सुनिश्चित करना ज़रूरी है। आपके अक्षर जिस आकार के हैं ये मात्राएँ उन अक्षरों के आकार के साथ मेल खानी चाहिए। कई बार लोग ‘इ’ या ‘ई’ की मात्रा को अक्षर से बना रूप दे देते हैं। यह देखने में भद्दा तो लगता ही है साथ ही आपकी लिखावट को भी खराब कर देता है।

7-Rules
हैंडराइटिंग कैसे सुधारे? सही मुद्रा में बैठें (How to improve handwriting for adults in Hindi)

लिखने के लिए हमेशा सही मुद्रा या स्थिति में बैठना ज़रूरी है, खासकर जब आप लिखावट सुधारने का प्रयास कर रहे हों तब यह और भी ज़रूरी हो जाता है। लिखावट सुधारने के उपाय (likhavat sudharne ke upay) में सही और समतल जगह पर बैठना उचित समझा जाता है साथ ही जिस जगह पर रख कर लिख रहे हों वह भी समतल होनी चाहिए।
Ye seven tips something jaruri benefit dega

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All the west!

12th Exam me top kaise kare. ेbseb board 10th matric

        Msbigbrother
12th Exam me top kaise kare. े
Bseb board 10th matric

            Ten top rule

Competition का माहौल है ऐसे में हर Students यही चाहता है की वह अपने Exam Me Top Kare और Exam Me Top Krna इतना आसान नही है जितना की हम आसानी से समझ लेते है

इस दुनिया में हर चीज के लिए नियम है सो पढाई भी अच्छे ढंग से नियम बनाकर पढ़े तो फिर हमे Exam me Top krne से कोई रोक नही सकता है, हर विद्यार्थी यही चाहता है वह

Exam Me Top Kaise Kare. या वह Topper Kaise Bane.

परीक्षा में टॉप करने के सबसे अच्छे दस नियम / EXAM TOP KRNE KE TOP 10 TIPS –

हर Students के मन में यही Question आता है वह पढाई कैसे करे, क्या पढाई करे, कितना पढाई करे और किस प्रकार पढ़े की Exam में अच्छे से अच्छे नंबर लाकर Top Kare तो आईये आपको Exam me Top krne ke liye 10 Best Tarike बताते है

    1- FIRST RULE – पहला नियम 

नियमित पढाई करना / Regular Study

ये एकदम सीधी सी बात है जैसे हम अपने काम Daily Base पर रोज करते है जैसे सूर्य अपने समय पर निकलता है और और अपने समय पर रोज अस्त होता है ठीक उसी प्रकार हमे भी अपनी Study रोज करनी चाहिए
लेकिन बहुत से Students Daily न पढ़ते हुए जब Exam नजदीक आता है तो वे रात दिन पढने लगते है ऐसा करना ठीक नही है क्यूकी इससे हमारे Health पर बुरा असर पड़ता है इसलिए हमे पढाई Regular Basis पर करनी चाहिए

    2- SECOND RULE – दूसरा नियम

नियमित स्कूल क्लास में पढाई करना / To Daily Class Attend

पढाई का मूलमंत्र है रोज स्कूल जाना और स्कूल में अपने अपने सभी Subject के Class में उपस्थित होकर अध्यन करना, क्यू की आजकल विद्यार्थियों में सबसे बड़ी यही कमी देखी जाती है की वे Regular School नही जाते है और यदि जाते भी है तो अपने सारे Class Attend नही करते है जो की एक तरह से अपने आप को धोखा देने के बराबर है
और अक्सर विद्यार्थी यही सोचते है की चलो जो हमारा Class छूटा है उसे हम अपने Tution में अच्छी तरह से पढ़ लेंगे
लेकिन जब यदि हम Class में कोई Subject पढ़ते है फिर उसे घर पर दोबारा और फिर अपने Tution में भी पढेगे तो तो Subject हमे निश्चित ही बहुत अच्छे से समझ में आ जायेगा और उसे हम कभी नही भूल सकते है इसलिए Exam में अगर Top करना है तो हमारा School का Class भी बहुत मायने रखता है

3- THIRD RULE – तीसरा नियम 

अध्ययन के लिए समय सारिणी बनाये / To Set Time Table for Study

हर चीज का समय होता है जैसे समय पर खाना खाना, स्कूल जाना , समय पर एग्जाम का होना, समय पर नये क्लास में एडमिशन, यानी दुनिया का हर काम के लिए एक समय फिक्स होता है तो हमे अपने पढाई के लिए भी Time Table Set करना चाहिए
Time Table Set करते समय इस बात का भी ध्यान रखना चाहिए की हम जिस Subject में काफी कमजोर हो तो उसे Study के लिए Jyada वक़्त, फिर साथ में हर Subject के लिए पढने का समय दे और कभी कभी ऐसा भी होता है की हम सिर्फ एक ही विषय पर ज्यादा ध्यान देते है तो बाकी अन्य Subject पीछे रह जाते है ऐसा कदापि नही करना चाहिए

और हमे अपने Time Table में Study के साथ साथ लिखने के लिए भी वक्त देना चाहिए क्यू की Exam में Examinner के सामने हमारे लिखे हुए Solve Question ही जाते है इसलिए हम जो भी कुछ पढ़ते हो उसे पढने के साथ साथ लिखते रहना भी चाहिए क्यू की लिखने से कोई भी चीज Mind में Set हो जाती है और हमारा लिखावट (Writing) भी सुंदर होती जाती है जो की Exam के लिए बहुत महत्वपूर्ण है

   4- FOURTH RULE – चौथा नियम

स्वास्थ्य का ध्यान रखना / Care With Health

यदि हम जो भी कुछ पढ़ते हो वो हमारे समझ में जल्दी आ जाए और उसे हम जल्दी से याद कर ले तो इसके लिए हमारे स्वास्थ्य का अच्छा होना बहुत मायने रखता है क्यू की अगर हम Healthy रहेगे तो हम जो कुछ भी पढेगे तो जल्दी समझ आने के साथ साथ जल्दी याद भी होंगा
क्यू की जैसा की कहा भी गया है-
”स्वथ्य शरीर स्वस्थ्य मस्तिक का घर होता है”
”BRILLIANT MIND ALWAYS LIVES IN HEALTHY BODY”
इसलिए हमे अपने अध्यन के साथ साथ अपने स्वास्थ्य का भी ध्यान रखना बहुत आवश्यक होता है

    5- FIFTH RULE – पाचवा नियम

अध्यन के बारे में विचार विमर्श करना / Group Study Discussion krna

जब हम कुछ भी पढ़ते है क्या हमारी जानकारी पूरी तरह से सही है या हमारे द्वारा पढ़ी गये Subject में हम कुछ भूल रहे है तो ऐसी स्थितियो से बचने के लिए हमे अपने Classmates के साथ Group में Study Discuss करना चाहिए क्यूकी ऐसा करने से हमे अगर जो चीजे नही मालूम रहेगी शायद हमारे Classmates जानते हो तो Discuss करते हुए हमे भी पता चल जायेगा जिससे की हमारा Concept भी Clear हो जायेगा, इसलिए हमे आपस में Question Answer करते रहना चाहिए

    6- SIXTH RULE – छटा नियम 

परीक्षा में तनाव / Exam Tension Ka Hona –

जैसा की हम सभी जानते है तनाव या Tension में किया गया कोई भी काम अक्सर खराब हो जाता है इसलिए हमे अपने Exam का Tension कभी नही लेना चाहिए
बस इस लेटेस्ट डिवाइस को प्ल
इस "जुगाड़" को सोने से पहले प्रयोग क
बल्कि हमें तो अपना सारा ध्यान Subject को अच्छे से तैयार करने पर Focus करना चाहिए और नियमित अध्यन करने से तो हमारे सभी Subject टाइम पर तैयार हो जायेगे और फिर फिर हम अपने एग्जाम में सबसे अच्छे Number ला सकते है

7- SEVENTH RULE – तीसरा नियम

सुबह जल्दी उठकर अध्यन करना / To Early Morning Study

सुबह का समय अध्यन के लिए सबसे Best माना जाता है क्यू की यह वह वक़्त होता जब आस पास का वातावरण एकदम शांत होता है और अध्यन के लिए एक शोरगुलरहित तो सुबह जल्दी उठकर पढने से पढ़ी गयी चीजे जल्दी से याद हो जाती है
इसलिए हमे सुबह जल्दी उठने की आदत डालनी चाहिए और यह प्रश्न उठता है की हमने तो देर रात तक पढाई की तो सुबह जल्दी कैसे उठे
तो इसके लिए जब हम रात में अध्यन करते है तो हमे देर रात तक पढाई नही करनी चाहिए क्यू की इससे इससे हमारे नीद पर फर्क पड़ता है जिससे आगे चलकर स्वास्थ्य पर भी बुरा असर पड़ सकता है इसलिए हमे देर रात की अपेक्षा सुबह जल्दी उठकर पढने पे जोर डालना चाहिए
 
8- EIGHTH RULE – आठवा नियम 

ध्यान एकत्रित करना / Concentrate Of Mind With Attention

आजकल हम सबके साथ सबसे बड़ी यही समस्या है की हम बिना Tv, Mobile Phone, Facebook या Whatsapp के बिना एक पल नही सकते है जो की कही न कही हमारे Study पर भी असर डालता है
अक्सर देखा जाता है बहुत से लोग पढ़ते हुए उनका ध्यान Tv, Mobile या अन्य जगहों पर होता है जिससे की हमारा ध्यान पूरी तरह पढाई में न होकर इधर उधर भी हो जाता है जिससे की हम जो कुछ भी पढ़ते है उसे या तो समझ नही पाते है या उसे जल्दी से भूल जाते है
इसलिए हम जब भी अपनी पढाई करे हमारा सारा ध्यान हमारे Books पर होना चाहिए, इस बात का पालन अच्छी तरह से करना चाहिए

9- NINTH RULE – नौवा नियम

अपने से बड़ो की सलाह / Senior’s Achhi Advice

किसी भी चीज को पाने के हमे हमे उस दिशा में कार्य करने की बहुत जरूरत होती है और हम जो कुछ भी कर रहे है या करना चाहते है वो एकदम सही है क्या, ऐसी बातो की समस्या के समाधान के लिए हमे अपने से बड़ो की हमेशा सलाह लेती रहने चाहिए
क्यू की हो सकता है हम अपनी Study को लेकर तनाव की वजह से कही कोई गलती तो नही कर रहे है या हमसे कोई कमी तो नही रह रही है इन सब बातो को अपने से बड़ो के साथ शेयर भी करते रहना चाहिए
जिससे की हमारे अध्यन के लिए एक अच्छा मार्ग मिल सक
 
10- TENTH RULE – दसवा नियम

अपने पूरे विषय पर फोकस करना / Prepare All Question for Exam

Exam के लिए ये सबसे महत्वपूर्ण नियम है क्यू हम अपने नये Class में प्रवेश करते है तो शुरू में Subject के Lesson तो बहुत अच्छे से तैयार करते है लेकिन ज्यो ज्यो Exam नजदीक आते है हम अपने सब्जेक्ट के लास्ट Chapter अच्छे से पढ़ नही पाते है या कम समय के चलते वे Lesson छुट जाते है
और जब Exam में Question पूछे जाते है तो वे पूरे Books से पूछे जाते है जिससे की हमारे वे Lession तैयार न होने से एग्जाम में वे क्वेश्चन छुट जाते है इसलिए हमे अपने पूरे बुक्स की स्टडी पर ध्यान देना चाहिए

जरुर ध्यान दे तो सफलता निश्चित ही आपके कदम चूमेगी
Isame se time table fix hi follow kare
Kyonki isi me important rahshaye chipaka huaa hai